सार्स-सीओवी-2 में बहु-जीन लक्ष्यों का पता लगाने के लिए RT-LAMP आधारित पार्श्व-प्रवाह उपकरण RT-LAMP based lateral-flow device for detection of multi-gene targets in SARS-CoV-2
कोविड -19, एक संक्रामक रोग है जो सार्स-सीओवी-2 नामक कोरोना वायरस से होता है । यह मानव श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है। वायरस को सबसे पहले 2019 में चीन के वुहान में खोजा गया था। मार्च 2019 में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोविड-19 को वैश्विक महामारी घोषित किया गया था। संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने और अन्य माध्यमों से वायरस स्थानांतरित होता है । इस संक्रमण की गंभीरता के कारण बहुत से लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। सार्स-सीओवी-2 के लगातार उभरते वेरिएंट और मानव स्वास्थ्य संबंधित जानलेवा परिणामों ने दुनिया भर में चिंता पैदा कर दी है । अतः कोविड-19 के प्रसार को सीमित करने के लिए त्वरित और सटीक बिंदु-दर-देखभाल निदान की आवश्यकता है।
आंकड़े बताते हैं कि दुनिया भर में लगभग 76 करोड़ लोग इससे प्रभावित हुए और 6 करोड़ लोगों ने अपनी जान गवाई। सार्स-सीओवी-2 एक RNA वायरस होता है। पिछले तीन वर्षों में यह वायरस उत्परिवर्तन (mutation) कर विभिन्न रूपों में हमारे सामने आ चुका है । इसमें डेल्टा (Delta), और ओमिक्रोन (Omicron) वेरिएंट प्रमुख हैं जिनकी नैदानिक गंभीरता अधिक है। पारंपरिक RT-PCR पद्धति के अलावा LAMP आधारित जांच कोविड-19 का पता लगाने के लिए तेजी से और कुशल प्रणाली के रूप में उभरी है। यह बहु-जीन लक्ष्य दृष्टिकोण परीक्षण सुविधाओं और पॉइंट-ऑफ-केयर सेटिंग्स में कई तरीकों का उपयोग करके कोविड-19 वेरिएंट का प्रभावी ढंग से पता लगा सकता है। हालांकि कई एंटीबॉडी-आधारित लेटरल-फ्लो स्ट्रिप्स, सार्स-सीओवी-2 के विरुद्ध उत्पन्न IgG और IgM एंटीबॉडी का पता लगाती हैं, जो सिर्फ रोगी के पूर्व संक्रमण की जानकारी प्रदान करती है।
सी.एस.आई.आर.-भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान (सी.एस.आई.आर.-आई.आई.टी.आर.), लखनऊ (Indian Institute Of Toxicology Research , IITR, Lucknow) के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर संदीप कुमार शर्मा और उनकी टीम ने सार्स-सीओवी-2 जीनोम के चार लक्ष्यों का पता लगाने के लिए RT-LAMP आधारित परख प्रणाली विकसित की है। RT-LAMP, RT-PCR की तरह ही एक न्यूक्लिक एसिड प्रवर्धन प्रणाली है और इसके माध्यम से भी RNA की जांच की जाती है।
वर्तमान में इस्तेमाल में आने वाली RT-PCR test में भी जीन (gene) स्तर पर जांच करके संक्रमण की पुष्टि करी जाती है। यह एक संवेदनशील प्रक्रिया है और इस जांच के लिए खास तरह के उपकरण होते हैं । देखा गया है कि अभी भी छोटे शहरों या संसाधन सीमित क्षेत्रों में यह उपकरण उपलब्ध नहीं है, ऐसे में जांच और परिणाम दोनों में ही ज्यादा समय लग जाता है। अधिकांश RT-PCR test स्थानिक कोरोना वायरसो के साथ क्रॉस-रिएक्टिविटी से बचने के लिए कम से कम दो जीन को लक्षित करता हैं। एकल आणविक लक्ष्यों में से कोई भी अकेले संभावित रूप से सार्स-सीओवी-2 का पता नहीं लगा सकता है। हालांकि, अन्य वायरस की तरह सार्स-सीओवी-2 का जीनोम उत्परिवर्तन (mutation ) के लिए अतिसंवेदनशील है जो आनुवंशिक बहाव का कारण बन सकता है। वायरस की विशिष्ट पहचान के लिए एक बहुउद्देशीय दृष्टिकोण के उपयोग की आवश्यकता होती है।
RT-LAMP आधारित लेटरल फ्लो डिवाइस जो बहुउद्देश्यीय दृष्टिकोण प्रणाली से परख की विशिष्टता को बढ़ाते हैं। सार्स-सीओवी-2 का पता लगाने के लिए लेटरल फ्लो पेपर-आधारित स्ट्रिप्स पर दोहरे-लेबल वाले प्रवर्धित वायरल mRNA उत्पाद को डालने मात्र से जांच संभव है। इसके माध्यम से चार जीन का पता लगाया जा सकता है। इसमें एन ‘N’ , ओ आर एफ एक ‘ORF1ab’, इ ‘E’ एवं एस ‘S’ जीन मुख्य हैं। इस जांच के तहत एक या दो रेखाएं प्राप्त होती है जो नेगेटिव एवं पॉजिटिव परिणाम को दर्शाती हैं। इस नई तकनीक की यह खासियत है कि अगर वायरस उत्परिवर्तन कर नए रूप में भी आता है तो चार जीन के माध्यम से संक्रमण का पता लगाया जा सकता है। ये बहुउद्देश्यीय दृष्टिकोण प्रणाली, परख की विशिष्टता को बढ़ाते हैं। यह त्वरित, भरोसेमंद, संवेदनशील और उपयोग में आसान प्रणाली न केवल सार्स-सीओवी-2 और इसके उभरते वैरिएंट्स के लिए, बल्कि अन्य वायरल रोगों के लिए भी एक स्क्रीन-एंड-गो दृष्टिकोण प्रदान करेगा।
CREDIT:
International Journal of Molecular Sciences
Development and clinical validation of RT-LAMP-Based Lateral-Flow Devices and Electrochemical Sensor for detecting Multigene Targets in SARS-CoV-2
Apoorva Saxena 1, Pawankumar Rai 1, Srishti Mehrotra 1,2, Samiya Baby 3, Suman Singh 2,4, Vikas Srivastava 2,3, Smriti Priya 2,3 and Sandeep K. Sharma 1,2*
1Food Toxicology Group, CSIR-Indian Institute of Toxicology Research. Vishvigyan Bhawan, 31, Mahatma Gandhi Marg, Lucknow 226001, India
2Academy of Scientific and Innovative Research (ACSIR), Ghaziabad 201002, India
3System Toxicology Group, CSIR-Indian Institute of Toxicology Research. Vishvigyan Bhawan, 31, Mahatma Gandhi Marg, Lucknow 226001, India
4Agrionics Post Harvest Material Science and Sensor Applications, CSIR-Central Scientific Instruments Organization, Chandigarh 160030, India